Haryana Garib Yojna: सभी गरीबों की भी बल्ले बल्ले, सरकार देगी सस्ते में गेहूं चावल और तेल,

Fast News: महंगाई भी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. आज हर चीज़ महँगाई से बची हुई है। महंगाई का असर घरेलू सामान से लेकर खाने-पीने तक पर पड़ा है। वहीं, गेहूं और चावल की कीमतें आज भी काफी ऊंची हैं। अब आम तौर पर गरीबों के लिए गेहूं और गेहूँ खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है।
गेहूं और चावल की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए, हरियाणा सरकार एक महीने के भीतर 50,000 टन गेहूं और 1,000 टन चावल खुले बाजार में बेचेगी। भारतीय खाद्य निगम (FCI) इलेक्ट्रॉनिक नीलामी के माध्यम से छोटे और लघु बोलीदाताओं को गेहूं और चावल वितरित करेगा।
इससे बाज़ार को कीमतों पर नियंत्रण रखने और खाद्यान्नों की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।
एफसीआई पंजीकृत एमजंक्शन पोर्टल पर गेहूं और चावल की साप्ताहिक ई-नीलामी आयोजित करता है ताकि थोक विक्रेता साइट पर अपना काम कर सकें। इच्छुक खरीदार एमजंक्शन वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं।
28 जून से आज तक इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में 75,390 टन गेहूं खरीदा गया है। गेहूं वर्तमान में स्थानीय स्तर पर 2,350 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदा जाता है। एक इच्छुक खरीदार एक टेल नंबर पर 100 टन गेहूं और 1,000 टन चावल खरीद सकता है।
इस सप्ताह एफसीआई हरियाणा में निम्नलिखित स्थानों पर लगभग 12,000 टन गेहूं की नीलामी करेगी: गोदाम रतिया, टोहाना, नारनौंद, बवानी खेड़ा, उकलाना, गोहाना, बहादुरगढ़, मुस्तफाबाद, बेरी और कलायत।
टोहन, लाडवा, पिपली, पेहोव, मुल्लां, शहजादपुर, नारायणगढ़, इंद्री, सैधुर, बाल छप्पर और जोगी माजरा में करीब 10 हजार टन चावल की नीलामी होगी। गेहूं का न्यूनतम मूल्य 2125-2150 रुपये प्रति सेंटर और चावल का न्यूनतम मूल्य 2900 रुपये प्रति सेंट है. खरीदार को साइट पर पहुंचने से पहले पंजीकरण कराना होगा।
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