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हरियाणा मे किसानों के खाद लेने के लिए बने ये नियम, इसके बिना नहीं मिलेगी खाद

हरियाणा की खट्टर सरकार रबी फसल सीजन के दौरान नया नियम शुरू करेगी। सीजन से पहले हरियाणा के किसानों से डिमांड मांगी जाएगी और उसी के अनुरूप उन्हें खाद की आपूर्ति की जाएगी।
 
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Fast Newz 24, New Delhi: जैसा कि आप जानते हैं, Haryana में किसानों को फसलों के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल (my crop my details portal) पर पंजीकरण करना होता है, जैसे अब किसानों को उर्वरक मांग के लिए पोर्टल पर पंजीकरण (registration on the portal) करना होगा। पोर्टल को पायलट प्रोजेक्ट के तहत यमुनानगर से लॉन्च किया जाएगा। यहां सफल होने पर इसे पूरे राज्य में लागू किया जा सकता है। इस बार धान के सीजन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार से 1.5 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त खाद की मांग की है.

खाद खरीदने के लिए लंबी लाइनें

राज्य सरकार रबी फसल सीजन के दौरान नई प्रणाली शुरू करेगी। सीजन से पहले किसानों से डिमांड मांगी जाएगी और उसी के अनुरूप उन्हें खाद की आपूर्ति की जाएगी। हरियाणा ने अब तक 400,000 मीट्रिक टन उर्वरक बेचा है। वहीं विभाग के पास अभी भी 4.31 लाख मीट्रिक टन खाद स्टॉक में है. हरियाणा में किसानों को खाद खरीदने के लिए हर साल काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पिछले साल सरसों और गेहूं की बुआई के दौरान पुलिस की निगरानी में खाद बेची गई थी। क्रय केंद्रों पर सुबह से शाम तक लंबी लाइनें लगी रहीं।

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राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से अतिरिक्त खाद की मांग की है

आपने देखा होगा कि खाद की कमी को लेकर सरकार अक्सर विपक्ष से घिरी रहती है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यमुनानगर के अलावा यूपी, राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती जिलों में भी खाद की तस्करी होती है। हरियाणा में खाद की कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार से 1.5 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त खाद की मांग की गई है.

इस जिले में उर्वरक की सबसे ज्यादा मांग है

रबी और खरीफ सीजन के दौरान हरियाणा में औसतन 8 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की खपत होती है। पिछले कई सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो हरियाणा के यमुनानगर जिले में उर्वरक की खपत सबसे ज्यादा है. विभाग का कहना है कि यहां प्लाइवुड इंडस्ट्री बहुत है और किसानों के नाम पर खाद खरीदकर उद्योगों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इसीलिए यमुनानगर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत अब किसानों को खाद खरीदने के लिए पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा.